टैक्स दक्षता बढ़ाएँ: वित्तीय वर्ष के अंत से पहले लॉन्ग-टर्म और शॉर्ट-टर्म लाभ समायोजन करे…

CAPITAL GAIN

जैसे-जैसे वित्तीय वर्ष समाप्त होने को आता है, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए ताकि वे अपने टैक्स देनदारियों को अनुकूलित कर सकें। सबसे प्रभावी रणनीतियों में से एक है लॉन्ग-टर्म और शॉर्ट-टर्म पूंजीगत लाभों को मौजूदा हानि के साथ समायोजित करना। इस प्रक्रिया को टैक्स-लॉस हार्वेस्टिंग कहा जाता है, जिससे टैक्स बोझ कम होता है और निवेश पोर्टफोलियो संतुलित रहता है।

पूंजीगत लाभ और हानियों की समझ

1. शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG): 12 महीने से कम समय के लिए रखी गई परिसंपत्तियों से प्राप्त लाभ आपकी लागू आयकर दर पर कर योग्य होता है।

2. लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG): 12 महीने से अधिक समय के लिए रखी गई परिसंपत्तियों से प्राप्त लाभ 1 लाख रुपये से अधिक होने पर 10% की दर से कर योग्य होता है (इक्विटी निवेश के लिए)।

3. कैपिटल लॉस: निवेश की बिक्री से हुई हानि लाभ को समायोजित करने में मदद करती है, जिससे कर योग्य राशि कम होती है।

कर अनुकूलन के लिए पूंजीगत हानियों का उपयोग कैसे करें

1. शॉर्ट-टर्म लाभ को शॉर्ट-टर्म हानियों से समायोजित करें

  • शॉर्ट-टर्म पूंजीगत हानियों को केवल शॉर्ट-टर्म या लॉन्ग-टर्म पूंजीगत लाभ के खिलाफ समायोजित किया जा सकता है।
  • उदाहरण: मान लीजिए कि आपको:
    • 2,50,000 रुपये का शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) हुआ है।
    • 1,00,000 रुपये का शॉर्ट-टर्म कैपिटल लॉस (STCL) हुआ है।
    • यदि आप हानि में चल रही संपत्ति को बेचते हैं, तो आपका कर योग्य लाभ घटकर 1,50,000 रुपये रह जाएगा।

2. लॉन्ग-टर्म लाभ को लॉन्ग-टर्म हानियों से समायोजित करें

  • लॉन्ग-टर्म पूंजीगत हानियों को केवल लॉन्ग-टर्म लाभ के खिलाफ समायोजित किया जा सकता है।
  • उदाहरण: यदि:
    • आपको 3,00,000 रुपये का लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) हुआ है।
    • आपके पास 1,50,000 रुपये का लॉन्ग-टर्म कैपिटल लॉस (LTCL) है।
    • हानि में चल रहे शेयर बेचने से आपका कर योग्य LTCG घटकर 1,50,000 रुपये रह जाएगा।

3. अप्रयुक्त हानियों को आगे बढ़ाएँ

  • यदि आपकी हानियाँ आपके लाभ से अधिक हैं, तो आप अप्रयुक्त राशि को 8 वित्तीय वर्षों तक आगे ले जा सकते हैं और भविष्य के लाभ के खिलाफ समायोजित कर सकते हैं।
  • उदाहरण: यदि:
    • आपके पास 4,00,000 रुपये की शॉर्ट-टर्म हानि है।
    • आपका इस वर्ष का STCG केवल 2,00,000 रुपये है।
    • आप 2,00,000 रुपये की हानि को अगले 8 वर्षों तक ले जा सकते हैं और भविष्य में होने वाले STCG या LTCG के खिलाफ समायोजित कर सकते हैं।

वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले अपना पोर्टफोलियो कैसे समायोजित करें

  1. अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें: उन निवेशों की पहचान करें जिनमें अप्राप्त हानियाँ और संभावित लाभ हैं।
  2. रणनीतिक बिक्री करें: प्राप्त लाभ को समायोजित करने के लिए हानि में चल रहे निवेशों को बेचने पर विचार करें।
  3. बुद्धिमानी से पुनर्निवेश करें: अपने दीर्घकालिक निवेश रणनीति को बनाए रखने के लिए आशाजनक परिसंपत्तियों में पुनर्निवेश करें।
  4. कर सलाहकार से परामर्श लें: टैक्स कानूनों के अनुपालन को सुनिश्चित करें और कटौती को अनुकूलित करें।

विस्तृत उदाहरण परिदृश्य

मान लीजिए कि:

  • आपने वित्तीय वर्ष के दौरान 5,00,000 रुपये का STCG और 3,00,000 रुपये का LTCG अर्जित किया।
  • आपके पास 2,00,000 रुपये का अप्राप्त STCL और 1,00,000 रुपये का अप्राप्त LTCL है।

यदि आप हानि में चल रहे शेयर बेचते हैं, तो:

  • आपका कर योग्य STCG: 5,00,000 – 2,00,000 = 3,00,000 रुपये रह जाएगा।
  • आपका कर योग्य LTCG: 3,00,000 – 1,00,000 = 2,00,000 रुपये रह जाएगा।

इस प्रकार, आप कुल 3,00,000 रुपये के कर योग्य लाभ को समायोजित करके अपने टैक्स की देनदारी कम कर सकते हैं।

अंतिम विचार

वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले कार्य करना आपको रणनीतिक हानि समायोजन के माध्यम से पूंजीगत लाभ कर को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की अनुमति देता है। नियमित पोर्टफोलियो समीक्षा और सक्रिय योजना आपके कुल रिटर्न को बढ़ा सकती है जबकि टैक्स बोझ को कम कर सकती है। हमेशा किसी कर पेशेवर से परामर्श करें ताकि आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार रणनीतियाँ तैयार की जा सकें और नियमों का पालन सुनिश्चित हो।

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